नकली ठ्यग्दार भस्म लगयीं भस्मासुरू, अर धुनि रमीं च मंडाँण। घुण्डु तका कुर्त्ता तौंका, हुयाँ रौंदा सुदि पर्वाँण। छाला बाघम्बरि कैकि पैरीं, कैका जाळिदार ट्वपला छन। आम डाळि बँच्यदा जब, ह्वंदि तब कौवू पच…
खादि वळा द्यब्ता फिंची फिंची देरादूण, बगोटा छोड्या पाड़ मा। अफू उड्या सि हैली-हैली, हम छोड़्या बगदी गाड़ मा। परजा बिचारी सास लगीं, सि अळज्याँ राजनीत्या जाळ मा। भितरा-भितरी सि मामा पूफ्वा, भैर सुदी धना य…
प्रवासी और पहाड़ पलायन की मार झेलते उत्तराखंड मे प्रवासी रोकने की दिशा मे सरकार की अग्नि परीक्षा। बडे बडे दावे और खर्चीली महंगी महंगी योजनाओं को सरकारी दस्तावेज मे खूब सजाया जाता रहा है। उद्यान विभा…
इटली जन देस तैं त्वीन हराई, पूरा विश्व मा कन, महामारी फैलाई! कति लोखूं तै त्वीन, मौत का घाट उतारी। अपुड़ौ से त्वीन, दूर भगाई। इक्कीस दिन कु 'लाॅक डाउन' मोदी जी न कर्यांई, अब देखदा कोरोना …
आवा आज मिली-जुली आवा आज मिली-जुली, ये महामारी का अन्ध्यरा तै दूर कोला, आज दुख-विपदा मा च, देस, सबि सजग-सतर्क रेतै, भौळ सुख पौला। कैकी टूटदि कांध्यूं तै, कैकि भूखै आग तै, कैकी निरासीं आस तै, सारू भ…
डाळा लगा बट्टा बणां सुंदर सुंदर गीत लगावा चला सबि मिलि गौं कु विकास करा । कांडा काटी डाळा लगौला बेकार हवा पाणी शुद्ध बणौला अच्छा अच्छा सौड़ बणोला गौं तलक रोड़ पौछोला। बिजली पाणी बचोला गाड़ी छोड़ी सैक…
बोड़ि आवा,बोड़ि आवा अपडा पहाड़ बोडि आवा, सालौ बै छोडी घौर कूड़ी! तुमतै बुलांणी, धै लगांणी! गौं की माटी तुमुतै भट्यांणी बौड़ी आवा बौड़ी आवा धै लगांणी। देश परदेस विदेश द्यौखा आज कन बिपदा आंई च कामकाज छ…
औ लाटा ऐजा तू----- जिकुडि खुदांई त्वे बिना ससांई वौडा पछांण लोग, पुश्ता पैरा सळयो नै-नै उपज फसल उपजौ ------ औ लाटा ऐजा तू----- अथाह धरती यख त्वे जागणी बीज सीजणू माटा मगो रोजगार की पौध डाल ह…
लौकडौन--- लौकडौन ह्वय्यूं छूं भितर ग्वड्यूं छूं, औंणा दिन बै क्वारेंटाइन ह्वयूं छूं। हडग्यूं चचड़ाट, मुखडि मुज्जा पडया पौड़-पौड़ी भी कमर कुसेगी, दिन भर कै दौ गद्दा सुखौणू यका हौड़ बै, हका हौड़ तचौणू।…
धुगधुगी ज्यु ह्वयुं -------------------- बोल कागा क्या बोल बच्याणुं छौ। किजाणीं मैंतैं कनि रैबार दैणुं छौ। सुबैरी बिन्सारी रातबैंणिं दौं, टुटदि आंख्यौं निंदै झौल दौं, गौलामा छपड़ात अमौखू औण…
शीर्षक "झांझी मनखी" . सुबेर बटी शाम तक, बैठयूं रेंद अपडा बजार मा, नशा मा टून्न व्हेकी, रात आणू ऊ अपडा घार मा, पिताजी आला, त हमखण कुछ ल्याला बच्चा सोचणा, मगर झांझी मनखी, खाली ही आण…
किस्मत के खेल निराले ============== खुद को नाप लिया जब हैसियत में। रंगबाज बन फिरते क्यों महफ़िल में।। मुकद्दर में जब झोपड़ पट्टी, हासिल क्या होगा महलों से। अंधेरी बस्ती में बसने वा…
शीर्षक च- "बसगाल किलै नि लगणू चा'?" . मनखी, पशु-पक्षी, पेड़-पौधा, डांडा-धार, अबकी दा सब्बी लग्यां, बसगाल कु सार, 13 गती आषाढ़ कु मैना बी सुखू धरती, ऐबत त बरखा ह्वेकी गदना हूंदा वार…
शीर्षक च- "नैनीडांडा-धुमाकोट क्षेत्र पिछने किलै,?" . क्षेत्र का कदगे गाँवों मा, आज बी नीचा सड़क सुविधा, अस्पताल मा डॉक्टर नि, मरीजों खण बड़ी अ सुविधा, इलाज कु खातिर, रामनगर, काशीपुर,…
"आजकलै की ब्वारी" . जन्नी ब्यौ कैरिकी ब्वारी, आणी ससुराल घार, उन्नी पति दगड, परदेश जाणा की लगी सार, ब्यौला का ब्वे-बूबा ब्वना, ब्वारी थें यखी राख, तू जाले म्यारा लाटा, ब्वारी थें लीज…
गौंकी सौंधी माटी सौच्दि रौं पर त्वै बिराणुं नि बणैं पायी। मनमा लगीं ठसाक तैरि बिंगी नि पायी।। परदैश मा समै काट्णों छौं , उलझन लै मनमा रौंणूं छौं। बाटा घाटों की औंधार मैं भुलै नि …
Garhwali E-Book Publishing नमस्कार... आप सब्या सम्मानित उत्तराखंड का लिख्वारों/रचनाकारों तैं सूचित कन्न मा बड़ी खुशी हूणी च कि "रावत डिजिटल (प्रकाशन)" एक गढ़वळि काव्य संग्रह कु प्रकाशन …
कोरोना जागरूकता ----- किस्त--1----- सजग सतर्क रै तैं, कोरोना दूर भगावा,अफु भी बचा- अर हौरुं बचैक, फर्ज अपड़ु निभावा। देशी परदेसी घौर-गौं जु औंणा, पैलि जांच अपड़ि करावा! अपडि मा…
मां की यादें जब सुख दुःख दर्द में वात्सल्य मां का होता। धड़कन में मां शब्द ममता स्पंदन होता।। विवश न होता जीवन क्षणों में , मां की आज्ञा पालन करता। हृदय की गतियां महसूस…
★★★ कोरोना वायरस★★★ 🙏🏻 जै डांडा भैरों बाबा🙏🏻"23-03-2020" ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬▬● 🕉 ''ॐ''🕉 एकजुट ह्वै जौंला भै भंदों एकमुट ह्वै जौंला, एकजुट ह्…
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