अक़्सर गाँव छोड़ चले आते है लोग शहर में ग़ुम हो जाते है चकाचौंध इस शहर में कहते है रोज़गार नही कोई गाँव में जिस ओर देखो बेरोज़गारी के बाज़ार लगे है शहर में कहते है शिक्षा का आभाव है गाँव में शिक्षा यहाँ भी…
दोस्तों आपने राजुला मलशाही की जो कथा पढ़ी आशा है आप लोगो को पसन्द आयी होगी। काफ़ी समय से मुझे इसके अगले भाग के लिए कई बार मेसेज आये लेकिन समयाभाव के कारण लिखने में असमर्थ था आज फिर से वक़्त…
न गंज्यलो की घम-घम च न जन्दरो कु घरड़ाट च चुल्लो मा भी आग नीच अब छन्यो मा भी कीला ज्यूड़ा नि रैनी अब पींडा कु तौलू भी सोचणु रैंदु कख गौड़ी भैस्यू कु जब्लाट च जै घासा का पैथर गाली खैएनी अब वे घास कटण्या …
मी तरसू वे पहाड़ खु, पहाड़ तरसू मीखु मीमा वक़्त नि वेमा जाणा कु, वो हिली नि सकदु मीमा आणा खु मी जांदू जब भी वेमा मी रुंदु छौ वो हैसांदु च तब भी दुःख अपणा लुकैकि आज ये पहाड़ की वा हालत करी च पीड़ा त हुन्दी…
हे प्रिये आज आठ वर्ष पूरे हुए हमारी शादी के राही जीवन के आज हम एक हुए ऐ मेरे हमसफ़र मैं तुमपर तुम मुझपर प्रेम अपना यू ही बनाये रखे अटूट विश्वास हम दोनों को इक दूज़े पर इसे हम यूँ ही कायम रखे आओ हम आशीष…
उत्तराखण्ड की व्यवस्था त जनि की तनि रैगी लेकिन मनखी भी अब तनि व्हैगी बात करा उत्तराखण्ड का भविष्य की पर छ्वि दानो की भी बालो जन रैगी हम छ्वि लगाणा उत्तराखण्ड कु विकास कनकै होलु अर वो क्रिकेट की बॉल ख…
आवा दगड़यों पहाड़ो थै शहर बणौला शहरी संस्कृति लेकिन पहाड़ो मा आण नि दयोला हमारू युवा पलायन न करो कुछ इन करुला पहाड़ी एक मिशाल बणी जौ काम इन करुला आवा दगड़यों पहाड़ो थै शहर बणौला शहरी संस्कृति लेकिन पहाड़ो म…
हिलिगे मेरु पहाड़, हे विकास तेरी आस मा खौंदार व्हेगेनि पहाड़ हमरा, हे विकास तेरी आस मा विनाश ही विनाश दिखेणु पहाड़ कु, हे विकास तेरी आस मा पर तू दिखेंदु नि छै, दूर तक कैकि आस मा घास लखडु सब हरचिगेनि, हे…
Copyright (c) 2020 >Khuded Dandi Kanthi
Social Plugin