परदेश मा नौकर्यों की
बडुल्युं की खुद च मां
बेट्युं कुन लुटीर कुटीर
च्युडा बुखांणु की खुद च मां
नयी नयी रीतुओं की
नौ नवांण की खुद च मां
मैत की बेट्युं की खुद
सबसे बडु सारु च मां
झपलंगी डाळी छैलु जन
प्यार दुलार की डाळी च मां
रुड्या बटोयी की सुकीं सांकी कुन
बांज की जड्युं सी ठंडु पाणी च मां
बार त्योहार मा श्वाल पक्वडी
भरीं रुट्युं की रस्यांण च मां
सुसरास पैटदी बेट्युं कुन
अर्सों की ड्वलणी कल्यो च मां
चैत की घुगती की घुर
लोंगदी कुयडी की खुद च मां
बसकल्या सुंस्याट गदन्युं क
मेरी जिकुडी की खुद च मां
म्वाळ पन जुगयीं ककडी
अर घीय की गुंदकी च मां
च्युडा बुखांण अर भुज्यां भट्टु की
नौकर्यों कुन प्यार की फंची च मां
परदेश मा नौकर्यों की
बडुल्युं की खुद च मां
बेट्युं कुन लुटीर कुटीर
च्युडा बुखांणु की खुद...
सर्वाधिकार रक्षित@लेख सुदेश भट्ट"दगड्या"
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