कड़ी दवे का। बाद ही रन्दू
जर मुंडारू सिर गाता कु
दुख का बाद ही ओन्दु
सुख नियम च बिधाता कु
शांत राख शीतल, चित्त चिन्ता मा
दुःख ओन्दु जीवन मा
सुख का मतलब समझुणा।
धैर्य राख......................।
🌹🌹🌹सुप्रभात🌹🌹🌹
कवि-विक्रम शाह(विक्की)
जर मुंडारू सिर गाता कु
दुख का बाद ही ओन्दु
सुख नियम च बिधाता कु
शांत राख शीतल, चित्त चिन्ता मा
दुःख ओन्दु जीवन मा
सुख का मतलब समझुणा।
धैर्य राख......................।
🌹🌹🌹सुप्रभात🌹🌹🌹
कवि-विक्रम शाह(विक्की)
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