बौडी सकदी बौडी जा
अपणी छान पटाल्युं मा
बचपन फुक्यांणु दीदों
हपार रुड्या बडांगु मा
खंद्धार कुडी धै लगांणी
द्यवता घिर्यां छन आग मा
बुबा ददों की समळौंण फुकेंणी
बुये क पर्या छंचल्या सब आग मा
क्वांण मा छै ज्वा पाटी तेरी
वीं फर भी बडांग लगीं च
सैरा छोडी कुडी फुकेंणी
जन ज्यूंदी मुयळी हुयीं च
लडबडी हुयीं च पस्यूंण हपार
मथी बीटी आग लौंकी च
बुबा ददों की समळौंण दीदों
रुवे रुवे की धै लगांणी च
जौं भितर्युं मा ग्वै लगैन
वा आज त्वै खुज्यांणी च
मुंडळी सुदा खंद्वार कुडी
यखुली कन कंणाणी च
कुटळी दथुडी दही की डखुळी
समळौंण बुये की धै लगांणी च
बारा नाजु की भग्यान दबली
आज कन भबत्यांणी च
बौडी सकदी बौडी जा
अपणी छान पटाल्युं मा
बचपन फुक्यांणु दीदों
हपार रुड्या......
सर्वाधिकार रक्षित@सुदेश भट्ट"दगड्या"
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