बरखा बत्वांणी से
भुला तु डैरी ना
दुश्मनु की गोली से
पिछने तु ह्वैई ना।
मट्यल ह्वै जा भले जिकुड़ी
पिछने तु देखी ना
गढवाल की शान छे तु
बैर्युं तै तु छोड़ी ना।
तोप टैंक बैर्युं क तु
कुणज सी तोड़ी दे
बंकर बैर्युं क भुला
तिमलु सी तु फोड़ी दे।
बिकराल भैरों बंण जा भुला
डौंड्या नरसिंग बंण जा तु
भीयुं बण जा बैर्युं क बीच
जड़फती तौं उपाड़ी दे।
बद्री विशाल धै लगांणु
गढवली बीर सिपैयुं तै
जिकुड़ी ह्वै जा मट्यल भुला
पर बैर्युं तै तु छोड़ी ना।
गढवली कुमौं क बीर
उत्तराखण्ड की शान छ्या
बॉर्डर मा भारत क
डांड्यू जन खड़ छ्या।
बैरी आलु रस्ता मा तु
कीड़ो सी पतेड़ी दे
गढवली खुन छे तु
बैर्युं तै जतई दे
बरखा बत्वांणी से
भुला कबी डैरी ना
दुश्मनु की गोली से
पिछने कबी.....
सीमा पर तैनात फौजी भयुं तै समर्पित पंक्तियां लेख..@सुदेश भट्ट"दगड्या"
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