मि सतरह साल कु जवान छौ,
पर यी ज्वनि मा चिमोड्यो ग्यो बुढ़े ग्यो,
कैल इनै झिंझोड़ी कैल उनै झिंझोड़ी,
स्वार्थी लोगु ल मिथे खूब करोड़ी।
पाणी मेरी पीठि धर्यू पर तिसालु कयु छौ,
छैन्द नाज पाता कु भूखु मोरणु छौ,
छैन्दी औलाद कु बांज बणयु छौ,
खौन्दार गौ गल्यो अलजयू छौ।
क्या नि छाई मीमा अपणु!
आज भिखारी सी बणयु छौ,
रोजगार दीणा की क्षमता रखण वलु,
आज बेरोजगार कयु छौ।
कुई रोजगार, कुई पढै कुई स्वास्थ्य का नौ पर,
मि फर ठोकर मारी दूर चली जाणु च,
रोजगार से फुर्सत नि जौ शहरों मा,
पढै अर स्वास्थ्य कु कै थै ख्याल बि नि आणू च।
नि पछ्याण मिथई......!
मेरी कुगता कैरी मेरा नौ की दावत उड़ाणा छौ,
मि उत्तराखण्ड छौ उत्तराखण्ड!
मि उत्तराखण्ड बोनु छौ!
म्यारु जन्मबार मनान वला बण्या छौ,
सितगा ही जी छा त करदा मेरी सत समाल,
आज सुदी दिखावा जी नि करदा त,
आज किलै हूण छाया मेरा यी कुहाल।
अनोप सिंह नेगी(खुदेड़)
9716959339
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