तेरा होना भी वैसे ही है जैसे
धूप में बारिश का आना
सर्दी में ठण्डे पानी से नहाना
हर गलती पर करना बहाना
पापा का बच्चों को लौरी सुनना
माँ का अचानक बच्चों से दूर होना
सर्दी के दिनों में सुबह जल्दी जगाना
बर्षात में बिन मांगे पानी पिलाना
बिन बात के गले लग के पलके भिगाना
टुटी हुई डाली पर बच्चों को झुकाना
रात के अंधेरा में चौराहें पर बुलाना
तेरा होना भी वैसा है जैसे तेरा न होना
देवेश आदमी
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