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Meru Supnyo ku Uttarakhand मेरु कु सुपन्यों उत्तराखण्ड

।।मेरु कु सुपन्यों उत्तराखण्ड।।

हिमामै  की  कोळी  म पसिरियों
मेरु   सुपिन्यों    कु  उत्तराखण्ड
हिमालै   की  लोळी  म  चमकुणु
मेरु   सुपिन्यों  कु  उत्तराखण्ड।

बुग्याळों  म   गिरमुण्डी  खेळूणु
मेरु   सुपिन्यों   कु  उत्तराखण्ड
मठ - मन्दिरों   म घण्टी  बजोणु
मेरु  सुपिन्यों   कु  उत्तराखण्ड।

फूलों    की  घाटियों  म   हैंसुणु
मेरु   सुपिन्यों   कु  उत्तराखण्ड
टेडी  मेडी  बाटियों  म  दनकुणु
मेरु  सुपिन्यों कु   उत्तराखण्ड।

गंगा की  छलार  म उलारियोणु
मेरु   सुपिन्यों   कु उत्तराखण्ड
गौं मुल्क क बार-तिवार  मनोणु
मेरु  सुपिन्यों  कु  उत्तराखण्ड।

बांसुरी  की    भौण  म   खुदेणु
मेरु   सुपिन्यों  कु  उत्तराखण्ड
बुरांशी    क    बौण  म खिलणु
मेरु  सुपिन्यों कु  उत्तराखण्ड।

मिरगों  क   झुण्ड   म   नाचुणू
मेरु  सुपिन्यों  कु  उत्तराखण्ड
देवतों   क   कुण्ड    म   नहेणु
मेरु  सुपिन्यों कु उ त्तराखण्ड।

डाळियों की फांग्यों म बैठियों
मेरु  सुपिन्यों  कु  उत्तराखण्ड
बीटों  की  पाखियों म लटक्यों
मेरु  सुपिन्यों कु उत्तराखण्ड।

भला दिनों जग्वाल म  खोईयों
मेरु  सुपिन्यों कु  उत्तराखण्ड
सुपन्यों की दुन्या म हरचियों
मेरु  सुपिन्यों कु उत्तराखण्ड।

          कवि-विक्रम शाह (विक्की)

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