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मेरु प्यारु उत्तराखण्ड

मेरु प्यारु उत्तराखण्ड,
किलै हुयु व्हालु उतणदण्ड।
चारो तरफ बांजी पुंगड़ी,
अर उज्ड़या छन खण्ड।

घर गांव छोड़ी की,
पोड़्या छन निछन्द।
खैति की सर्या ज्वनि,
अर बुडेंदा फीर उत्तराखण्ड।

बूढ़ बुडड़ी रै गेनी गांव मा,
चिमोड़ा पोड़या मुख फंड।
ज्वान लग्या एक हैका मेस मा,
सटकण लग्या परया प्रदेश फंड।

गंगा जमुना का मैत मा,
तिसालु च सर्या उत्तराखण्ड।
देवता भी अब बौग सरणा,
छोड़ी की जाणा अब उत्तराखण्ड।

मेरु प्यारु उत्तराखण्ड,
किलै हुयु व्हालु उतणदण्ड।
चारो तरफ बांजी पुंगड़ी,
अर उज्ड़या छन खण्ड।

अनोप सिंह नेगी(खुदेड़)
9716959339

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