पश्चिमी सभ्यता मा रबदोल्यणा छौ,
सासु ससुर ब्वै-बुबा अर ब्वै बुबा मॉम डैड बण्यां छौ!
रिश्तों का मतलब थई बिसरणा छौ।
द्यूर ज्येठा जी भी भैजी भुला बणी गी,
मिन्तर जेठू थै भी भाई साहब बोलणा छौ!
रिश्तों का मतलब थई बिसरणा छौ।
ब्वाडा, काका, पूफा अंकल बण्या छौ,
भतीजो, भन्जो मा अंतर कनके पछ्यंणना धौ!
रिश्तों का मतलब थई बिसरणा छौ।
बोडी, काकी, मामी पूफू थै आंटी बोलणा छौ,
भतीजा भणजा भदया तुम क्याजी छौ!
रिश्तों का मतलब थई बिसरणा छौ।
भै-बैणा ब्रदर सिस्टर हुया छौ,
भैजी-भुला, दीदी-भुली कु अनुमान कनकै लगाणा छौ!
रिश्तों का मतलब थई बिसरणा छौ।
दाजी नाना ग्रांड पा दादी ननी ग्रांड माँ हुया छौ,
ददी-दाजी, ननी-नना कैका छौ हम थै भी बिंगावा धौ!
रिश्तों का मतलब थई बिसरणा छौ।
अब डैर इन च कि रिश्तों की बिसारौंण मा,
द्वीई झणा कखि भै-बैणा न बणी जौ!
रिश्तों का मतलब थई बिसरणा छौ।
दगड्यो यू रिश्तों की इनि भुज्जी न बणाओ,
जु रिश्ता जनु च वैथै उनि ऐथर बढ़ाओ,
रिश्तों का मतलब थै न बिसराओ।
अनोप सिंह नेगी"खुदेड़"
9716959339
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