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Ye Rat Gahri Hai ये रात गहरी

ये रात गहरी है
चाँद बना प्रहरी है
सो गया गाँव मेरा
जो जाग रहा
वो शहरी है


सर्वाधिकार सुरक्षित सुनीता रामेश्वरी नादान 

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