मनख्यों मा अब पैलि जनि वा मनख्यात नि रे
मेरा पहाड मा अब वा बात नि रे!
नंगू बचपन काटि जौंका गेल
अपणा गौं गुठ्यारो मा
वूं दगड्डयो कु अब साथ नि रे!!
थड्या झुमेलो चौंफला पंचमी गीत लगोन्दा छा जब
हमारा पहाड मा
अब वा यनि रिवाज नि रे!!!
बगवाल्यों मा भेलु खेलदा छा हम
अब भेलु खेलणा कि वा रात नि रे
जमाना का दगडि मेरा पहाडे कि रीति रिवाज भी बदलि
क्या कन मेरा पहाड मा अब क्वि खास बात नि रे!!!
सब फेशबुक व्हटसप पर लग्यां दिन रात
टेलीविजन देखणा कि अब वा दीपु छुट्टी कु दिन इतवार नि रे!!!
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