वीर सपूत श्रीदेव सुमन
वीर सपूत तुमको है नमन,
हाथ जोड़ करते हम वन्दन,
माँ तारा पिता हरिदत्त के नन्दन,
श्रीदत्त बडोनी से हुए तुम "सुमन"।
वीर पुत्र तुम हो केदारखण्डी,
अमर बलिदानी तुम हो उत्तराखण्डी,
जन्म लिया जौली ग्राम बमुण्ड पट्टी,
कंकड़ मिली दाल खाई रेत मिली रोटी।
209 दिन की कैद में 84 दिन किया अन्नसन,
25 जुलाई सन 44 को उत्तराखण्ड हुआ सन्न,
अंतिम संस्कार होने न दिया सम्पन,
लटकाय डंडे पर किया हवाले गंग।
अनोप सिंह नेगी(खुदेड़)
khudeddandikanthi@gmail.com
९७१६९५९३३९
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