बण अर आग
हरी-भरी डाळी छे
ठंडु-ठंडु पाणी छो
बण फुक्येलोत पाणी सूखुलू।
ठंडु-ठंडु पाणी छो
बण फुक्येलोत पाणी सूखुलू।
क्या मिलि तौ
बण जगैक
पाणी हवा सि द्येण
लग्या छा,
गौडी-धौंन काखड, बांदर,
तौंकु घास फल,
खांणा छा,
बण फूकी
सि बिचारा
भूखन फुक्योंणा
तुम क्या पता
सि कनुके रौणा !
बण जगैक
पाणी हवा सि द्येण
लग्या छा,
गौडी-धौंन काखड, बांदर,
तौंकु घास फल,
खांणा छा,
बण फूकी
सि बिचारा
भूखन फुक्योंणा
तुम क्या पता
सि कनुके रौणा !
आग लगोंदा मनख्यूं
यन किले नि सोची?
प्वथली रिख-बाघ
कतिग्यों कि छे यख आस
तौंकु घौर बण फुक्येलो
त!
हमारे गौं मा त होंण
तौंकु वास।
यन किले नि सोची?
प्वथली रिख-बाघ
कतिग्यों कि छे यख आस
तौंकु घौर बण फुक्येलो
त!
हमारे गौं मा त होंण
तौंकु वास।
अम्बिका राणा कक्षा -9
राउमावि पाला कुराली रूद्रप्रयाग
प्रस्तुति अश्विनी गौड 'दानकोट' --- अध्यापक विज्ञान राउमावि पाला कुराली जखोली रूद्रप्रयाग ।राउमावि पाला कुराली रूद्रप्रयाग
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