शायरी नितीश की कलम से टूटा जो दिल मेरा तो मुझे याद आया, दिल तो में भी कई तोड़ आया हूँ मेरी जिल्लत और हार इससे ज्यादा क्या होगी मै मंदिर में एक लड़की के लिए गिड़गिड़ाता हूं मेरी बिखर चुकी जिन…
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