ए मेरे घनश्याम 1-ठोकर देता जब कभी ,तुरत पकड़ता हाथ | तव लीला किसको पता ,हे जग दीनानाथ || 2-उषा तुझसे ही बने ,और सुहानी शाम | तुझसे ही ऋतुयें बनें ,ए मेरे घनश्याम || 3-हृदय से है बन्दगी ,हृदय…
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