Top Header Ad

Banner 6

Sangeeta Dhondiyal Ka Geet Ramjhama Released संगीता ढौंडियाल का गीत रमझमा हुआ रिलीज़

संगीता ढौंडियाल का गीत रमझमा हुआ रिलीज़ 

        संगीता जी के हर गीत की तरह यह गीत भी शानदार गीत है। इस गीत को स्वयं संगीता ढौंडियाल जी और मिलन आज़ाद जी द्वारा लिखा और उनके ही ऑफिसियल चैनल Sangeeta Dhoundiyal पर या गीत रिलीज़ हुआ है 13 नवम्बर 2020 को। 


        यह गीत आपको पहाड़ो में बुलाता है सुनते हुए आपको लगेगा कि यह गीत आपको ही बुला रहा है। पहाड़ो
की सुंदरता को इस गीत के माध्यम से बखूबी शब्दों में दर्शाया गया है। पहाड़ो की संस्कृति, समाज, मेले बार
त्यौहार नृत्य सबकुछ अपने इस गीत के माध्यम से संगीता जी ने दर्शाया है। साथ ही पुराने वाद्य यंत्रो का जैसे
बीणीई, सीणई, हुड़के आदि का भी गीत में जहां जिक्र हुआ है वही प्रयोग भी किया गया है। 
         
        गीत में जहा तांदी, छपेली, चौफुला, रांसु, झुमैलो, मंडाण, चैती गीतों की बात हुई है तो वही फ्योंली बुराँस,
फूलों घाटी और मीठी बोली भाषा पर भी प्रकाश डाला गया है। जहां एक ओर मेहनती महिला की बात की गयी है
तो वही वीरांगना बौराण का भी जिक्र हुआ है। देवताओं के थान और बद्री केदार का नाम होना गीत को धार्मिक
रूप से भी दर्शन करवाता है। जंगलो में ग्वेर और घस्येरी के गीतों, घुगुती, कफ्फू, मोर बाछी अन्न धन के भण्डारो
का भी जिक्र गीत में किया गया है। कुल मिलकर यह गीत उत्तराखण्ड को दर्शाता है। और जब संगीत रंजीत सिंह जी का है तो पुराने वाद्य यंत्रो का उपयोग तो बनता ही है। 
        
        अब बात करते है इस गीत के सिनेमेटोग्राफर की तो वो है गोविन्द नेगी जी और कोरियोग्राफर सैंडी गुसांई और सतीश आर्य जानेमाने रिदमिस्ट सुभाष पांडेय जी का रिद्म हमे इस गीत में मिलता है। गीत में अपने हर गीत की तरह इस गीत में भी आप स्वयं अदाकारा के रूप में भी है। 
    
        आइये अब आप और हम भी गुनगुनाये इस प्यारे से सुंदर से गीत को नीचे गीत के लिरिक्स लिखने का प्रयास किया गया कोई त्रुटि हो तो क्षमा प्रार्थी है। 



रमझमा रमझमा ले। ......... 
म्यारा पहाड़ो मा ऐई रमझमा जख तांदी झुमैलो-३ रमझमा 
म्यारा मुल्क ऐई रमझमा जख तांदी झुमैलो रमझमा  
म्यारा पहाड़ो मा एई रमझमा जख फ्योंली बुराँस रमझमा 
म्यारा मुल्क ऐई रमझमा जख तांदी झुमैलो रमझमा 
मेरा पहाड़ो मा ऐई रमझमा जख फ्योंली बुराँस-3 रमझमा 
हो हो हो...... हां सुप........ हाहाहा...... होहोहो..... 


पहाड़ो मा ऐई रमझमा रमझमा रमझमा 
जख बांद किसाण रमझमा मि बौराण रमझमा 
हो..... जख काफू बस्दा रमझमा जख मोर नचदा रमझमा 
जख बैख रंगीला रमझमा मायादार छबीला रमझमा 
जख औन्दि रस्याण 
हां.. औन्दि रस्याण रमझमा जख हौस उलार रमझमा 
म्यारा मुल्क ऐई रमझमा जख तांदी झुमैलो-3 रमझमा 
खेलो रे झुमैलो रै झुमैलो तांदी लगावा रै 
माया चौफुला सच्ची रांसु लगावा रै 
रमझमा...... 


जख ठंडो च पाणि रमझमा कखि मिठी वाणी रमझमा 
लाला..... होहोहो..... 
जख फुलू की घाटी रमझमा सूना की माटी रमझमा 
भला रीति-रिवाज़ रमझमा बारा मैनो त्यौहार रमझमा 
देवतों का छि थान... देवतों का छि थान रमझमा 
बदरी-केदार रमझमा म्यारा मुल्क एई रमझमा 
जख तांदी झुमैलो-3 रमझमा आ..... हां...... हो...... 


जौनसार की तांदी रमझमा कुमौ की छौपेलि रमझमा 
हो.... बीणई बजदी रमझमा सीणई बजदी रमझमा 
जख थड्या लगौन्दा रमझमा जख रांसु लगौन्दा रमझमा 
हुड़ुकि बजदी घम घमा घम दाथुली बजदी छम छमा
म्यारा मुल्क ऐई रमझमा जख तांदी झुमैलो-3 रमझमा 
शाबासे......हे........ 


ग्वेरु की तांद रमझमा घस्येनि की गितांग रमझमा 
हो.... घुगुती घुराणु रमझमा बाछी को रमाणु रमझमा 
जख साग सगोड़ि रमझमा जख स्वाळी पकोड़ी रमझमा 
अन्न धन की खार 
हां...... अन्न धन की खार रमझमा जख बार-त्यौहार रमझमा 
म्यारा मुल्क ऐई रमझमा जख तांदी झुमैलो-3 रमझमा 
जख तांदी झुमैलो रमझमा -जख तांदी झुमैलो रमझमा 
जख न्यौली छपेली रमझमा -जख न्यौली छपेली रमझमा 
जख थड्या चौफुला रमझमा -जख थड्या चौफुला रमझमा 
जख रांसु मंडाण रमझमा -जख रांसु मंडाण रमझमा 
जख बाजूबंद रमझमा -जख बाजूबंद रमझमा 
जख चैति गीत रमझमा -जख चैति गीत रमझमा 
जख भगनौल रमझमा -जख भगनौल रमझमा 
जख तांदी झुमैलो रमझमा - जख तांदी झुमैलो रमझमा












एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ