पंछियों का गुनगुनाना पेड़ों की छाँव है
हिमायल की गोद में बसा ओ मेरा गाँव है,
हिमायल की गोद में बसा ओ मेरा गाँव है,
गांव गाँव मंदिर सजे हैं घर घर में राम है
हिमालय मुकुट जिसका गंगायमुना शान है
हिमालय की गोदी में बसा ओ मेरा गाँव है,
हिमालय मुकुट जिसका गंगायमुना शान है
हिमालय की गोदी में बसा ओ मेरा गाँव है,
वीर वीरों की धरा है हर घर में जवान है
सीमा में ताने है शीना उत्तड़खण्ड महान है
हिमालय की गोद में बसा ओ मेरा गाँव है,
सीमा में ताने है शीना उत्तड़खण्ड महान है
हिमालय की गोद में बसा ओ मेरा गाँव है,
प्रेम भाव का गाँव मेरा लोग देव समान है
प्यार की दौड़े है गंगा परायों का भी मान है
हिमालय की गोद में बसा ओ मेरा गाँव है,
प्यार की दौड़े है गंगा परायों का भी मान है
हिमालय की गोद में बसा ओ मेरा गाँव है,
चलो चलें जी गाँव को जो हमारी पहचान है
ख़ुशी लाएं उन घरों में जो हम बिन बीरान है
हिमालय की गोदी में बसा ओ मेरा गाँव है,
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
पंक्तियाँ~सुरेन्द्र सेमवाल
ख़ुशी लाएं उन घरों में जो हम बिन बीरान है
हिमालय की गोदी में बसा ओ मेरा गाँव है,
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
पंक्तियाँ~सुरेन्द्र सेमवाल
0 टिप्पणियाँ
यदि आप इस पोस्ट के बारे में अधिक जानकारी रखते है या इस पोस्ट में कोई त्रुटि है तो आप हमसे सम्पर्क कर सकते है khudedandikanthi@gmail.com या 8700377026