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Red Rice लाल चावल

लाल चावल Red Rice

नमस्कार मित्रो आज बात करेंगे एक ऐसे अनाज की जो लगभग देशभर में ही नही पूरे संसार मे सभी जानते है और सभी खाते भी होंगे। बस रूप और गुण भिन्न हो सकते है। जी हां दोस्तो आज बात करेंगे चावल की। यू तो चावल को अधिकतर बीमारी के रूप में ही जाना जाता है किंतु आज हम इसके दोषों के आगे बढ़कर इसके गुणों की बात करेंगे। चावल भी वो जो विश्व प्रसिद्ध है इस चावल को हम रेड राइस के नाम से अधिक जानते है। चावल की विश्वभर में व्यावसायिक खेती की जाती है ये तो आप सभी जानते ही होंगे।
उत्तराखण्ड में शादी के समय भी इस चावल का खूब प्रयोग किया जाता है।
लाल चावल जिसे पौष्टिक रूप में सबसे बेहतर पाया जाता है, ये भारत मे पहाड़ी राज्यो के अलावा झारखंड, तमिलनाडु, केरल व बिहार में अधिक पाया जाता है। इस चावल की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में खूब मांग रहती है। भारत मे लाल, बैंगनी, भूरे व हरे चावलों का उत्पादन किया जाता है। उत्तराखण्ड में मुख्य रूप से लाल चावल की खेती की जाती है। केरल व तमिलनाडु में लाल चावल को उमा नाम से जाना जाता है।
अन्य चावलों की पॉलिशिंग के समय मे कम हो जाते है, जबकि लाल चावल में ये सब पूर्ण रूप से विद्यमान रहते है। protecting pericarp समाप्त होने के कारण 29% प्रोटीन, 67% लौह, 67% विटामिन बी3, 80%, विटामिन ब1, 90% विटामिन बी6, 79% वसा, और सभी फाइबर भी खत्म हो जाते है। लाल चावल में सबसे महत्वपूर्ण पूर्ण rice bran होता है।
चरक संहिता में लाल चावल को रोग प्रतिरोधक व पौष्टिक बताया गया है। यह चावल पहाड़ी ढालो, कच्ची मिट्टी में भी आसानी से उत्पादन किया जा सकता है।
लाल चावल में एन्टीऑक्सीडेंट, Arteriosclerosis Preventive व एन्टीकैंसर रोधी पाया गया है। एक अध्ययन के दौरान लाल चावल में पोलीफेनॉल व procyandine का antidyslipidemic गुण पाए गए है, यही कारण है कि लाल चावल मेटाबॉलिक सिंड्रोम व कई स्वास्थ्य उत्पादो में भी प्रयोग में लाया जाता है, जो कि डिसलिपिडीमिया तथा Hyperglycemia में लाभदायक होता है। लाल चावल मधुमेह रोगियों के लिए भी लाभदायक होता है। लाल चावल में पाया जाने वाला रंगीन तत्व फल सब्जियों में भी मौजूद होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। ब्लड प्रेशर व बुखार में लाल चावल लाभदायक होता है। कर्नाटक में लाल चावल को टॉनिक के रूप में लिया जाता है, जबकि उत्तर प्रदेश में ल्यूकोरिया, व एबॉर्शन कॉम्प्लिकेशन तमिलनाडु में महिलाओं में दूध बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। जहाँ विश्व मे लाल चावल की कीमत 250 रुपये प्रति किलो है वही भारत मे भी यह लगभग 150 रुपये तक भी बिकता है।

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अनोप सिंह नेगी(खुदेड़)
9716959339

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