दगड्यों यु जमनु देखो कन ऐ ग्यायी,
अब त हथ-हथ म मोबाइल व्है ग्यायी।
कूड़ी पुंगड़ी की चर्चा भी मोबाइल म हुण लैग्यायी,
पुंगड़ी त बंजे ही गी अर कूड़ी भी उज्ड़ण्या व्है ग्यायी।
मिलणी कखै खेती-पाती बल बांदर ली ग्यायी,
बची-खुची खेती म बल सुंगर खडोला खैण्ड ग्यायी।
कूड़ी बणावा बल लैंटर वली लीपा-पोथी कु जमनु नि रायी,
ब्वारि उठणी आठ बजी बोल्दी बल रात व्हाट्सऐप भिंडी व्है ग्यायी।
पैली बोडी चौका का तिरोली बिटि गाली दींद छाई,
अर अब बल बोडी भी गाली व्हाट्सऐप फ़ेसबुक म दीण लैग्यायी।
वे जमना का खाणु म क्या रस्याण छाई,
यु निरभै जमनु त अदकच्ची खाणा कु ऐग्यायी।
रेडु, घड़ी, सीडी, अख़बार, पत्रिका सब लुप्त व्है ग्यायी,
किलै की गालू म त अब यु मोबाइल जु झुन्टे ग्यायी।
अनोप सिंह नेगी(खुदेड़)
9716959339
0 टिप्पणियाँ
यदि आप इस पोस्ट के बारे में अधिक जानकारी रखते है या इस पोस्ट में कोई त्रुटि है तो आप हमसे सम्पर्क कर सकते है khudedandikanthi@gmail.com या 8700377026